Saturday, May 21, 2022

आतंकवाद निरोधक दिवस पर गोष्ठी : आजादी का अमृत महोत्सव

उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत विभिन्न महापुरुषों की जयंतियाँ एवं दिवस मनाये जाने के सम्बन्ध में जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में आज दिनांक 21.05.2022  को गांधी महाविद्यालय, उरई में आतंकवाद निरोधक दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया.


आजादी के अमृत महोत्सव के सम्बन्ध में शासन द्वारा दिनांक 05.04.2022 से लेकर दिनांक 29.08.2023 तक की कार्ययोजना निर्धारित की गई है. उसी कार्ययोजना के अनुरूप इस गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी में महाविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ-साथ प्राचार्य डॉ. राकेश नारायण द्विवेदी, बूटा अध्यक्ष एवं भूगोल विभाग प्रभारी डॉ. देवेन्द्र नाथ, रक्षा अध्ययन विभाग प्रभारी डॉ. ऋचा सिंह राठौर, अर्थशास्त्र विभाग प्रभारी एवं एनसीसी अधिकारी डॉ. गोविन्द कुमार सुमन, लक्ष्मी प्रसाद दुबे और कार्यक्रम संयोजक डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर उपस्थित रहे.


गोष्ठी में रक्षा अध्ययन विभाग की डॉ. ऋचा सिंह ने आतंकवाद को देश के लिए, मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया. उन्होंने कहा कि इसके लिए हम सबको सजग रहने की आवश्यकता है. यदि हम नागरिक आपस में मतभेद बनाकर रहे तो निश्चित ही आतंकी हमारे बीच अपने भयानक मंसूबों को सफल कर ले जायेंगे.


भूगोल विभाग के डॉ. देवेन्द्र नाथ का कहना था कि आतंकवाद अनेक रूपों में हमारे बीच उपस्थित है. इससे किसी भी रूप में अकेले नहीं निपटा जा सकता है. जिस तेजी से तकनीक विकसित हो रही है, उसी तेजी से आतंकी भी खुद को अपडेट करते जा रहे हैं. ऐसे में हम सभी को आपसी वैमनष्यता मिटाकर आतंकवाद का सफाया करना है.


अर्थशास्त्र विभाग के डॉ. गोविन्द कुमार सुमन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों का मकसद लोगों की हत्या करना हो, वे इंसान कहलाने योग्य कदापि नहीं. हमें भी समाज में ऐसे लोगों को चिन्हित करना होगा जो किसी न किसी रूप में हिंसक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं. यही लोग आगे चलकर आतंकवाद का बड़ा चेहरा बनकर सामने आते हैं.


महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राकेश नारायण द्विवेदी का कहना था कि एक हमारा देश ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व वर्तमान में आतंकवाद का दंश झेल रहा है. इससे मिलजुल कर ही निपटा जा सकता है. जिस तरह के हालात बनते जा रहे हैं, उसके बाद तो आतंकियों की पहचान करना बहुत मुश्किल होती जा रही है. हम सबको सजग रहने की आवश्यकता है.


अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में हम सबको विभिन्न विषयों के बारे में जानकारी प्रदान करने और जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ है. इसके लिए महाविद्यालय के सभी शिक्षक साथियों का सहयोग अपेक्षित है. यह आयोजन लम्बे समय तक चलने वाला है और इसके द्वारा विस्तीर्ण विषयों पर कार्यक्रम किये जाने हैं. हम सबका प्रयास यही रहे कि अधिक से अधिक लाभ हम प्राध्यापक साथियों को, विद्यार्थियों को प्राप्त हो सके.


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आतंकवाद निरोधक दिवस पर गोष्ठी : आजादी का अमृत महोत्सव

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